July 19, 2010
My Hindi tit bits
Inspired by a blogger's poem/translation about young students how they react after their schools are opened, my attention is gone to children's behaviour how they annoy elders and how promptly they devise to make them smile!So here is one case------
" मम्मी की तेज आंखे!
और मैं सहम कर
बस इतना ही करती हूँ..
अपनी कॉपी पर
मम्मी की मूरत बना
माथे पर
एक नन्ही बिंदी रख देती हूँ;
और बस
मम्मी की आँखों मैं
अनगिनत गेसू खिल उठते है
बाहें उठती हैं और
हमारा प्यार
इन्द्रधनुषी हो उठता हैं"
" मम्मी की तेज आंखे!
और मैं सहम कर
बस इतना ही करती हूँ..
अपनी कॉपी पर
मम्मी की मूरत बना
माथे पर
एक नन्ही बिंदी रख देती हूँ;
और बस
मम्मी की आँखों मैं
अनगिनत गेसू खिल उठते है
बाहें उठती हैं और
हमारा प्यार
इन्द्रधनुषी हो उठता हैं"
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